आंख भर देख ले धरा दुश्मन।
आंख भर देख ले धरा दुश्मन।
काल को मार कर हरा आ ना।।
लाल है तू इसी जमीं का जो।
दुश्मनों की जमीं जला आ ना।।
नाज़ तुझ पर करे जहां सारा।
धूल मिट्टी सभी छना आ ना।।
खौलता खून आंख अंगारे।
नाम भारत जरा बता आ ना।।
आंख भर देख ले धरा दुश्मन।
काल को मार कर हरा आ ना।।
लाल है तू इसी जमीं का जो।
दुश्मनों की जमीं जला आ ना।।
नाज़ तुझ पर करे जहां सारा।
धूल मिट्टी सभी छना आ ना।।
खौलता खून आंख अंगारे।
नाम भारत जरा बता आ ना।।