सत्य में स्वतन्त्रता
सत्य में स्वतन्त्रता
आवाज अन्दर से आरही है-"हैदराबाद धर्मयुद्ध" के लिये स्वतन्त्रता की आवश्यकता है। यज्ञ-कर्म, सत्संग, ईश्वरपूजा के लिये स्वतन्त्र अधिकार मिलें। उसके लिए सत्याग्रह का हथियार हैउधर पंजाब में तो पूज्य स्वामी सत्यानन्द जी महाराज लाहौर बैठे ला-होर लाहोर कह रहे हैं । सेना ला-होर, रुपया ला-होर-आदेश कर रहे हैं। और उधर शोलापुर में पूज्य स्वामी स्वतन्त्रानन्द जी महाराज स्वतन्त्रता के लिए हैदराबाद में शोला (ज्वाला) भेज रहे हैं। इसलिए जहां सत्य है वहां स्वतन्त्रता भी साथ है। ।