वंदना
माँ सरस्वती माँ भारती,
करूँ वन्दना माँ आरती ।
मिले लेखनी को ज्ञान माँ,
वाणी में हो वरदान माँ ।।
माँ आप हैं वागेश्वरी,
माँ आप ही भुवनेश्वरी ।
माँ जग की पालनहार हैं,
माँ जग की तारणहार हैं ।।
माँ सरस्वती .......