आर्य समाज ऋषि नगर सोनीपत में साम्प्रदायिक सदभावना
आर्य समाज ऋषि नगर सोनीपत में साम्प्रदायिक सदभावना , किसानों की खुशहाली और प्राणिमात्र के कल्याण का पवित्र त्यौहार " लोहड़ी " और " मकरसंक्रांति " आयोजित किया गया जिसकी अध्यक्षता श्री खेम चन्द तनेजा नें की और मँच का कुशल संचालन वैदिक प्रवक्ता हरि चन्द स्नेही नें किया । सर्वप्रथम दिल्ली से आमंत्रित वैदिक प्रवक्ता आचार्य चन्द्र शेखर शास्त्री के ब्रह्मत्व में यज्ञ किया गया तत्पश्चात्त् उन्होंनें लोहड़ी के गीत से प्रवचन आरम्भ करते हुए बताया कि एक गरीब हिन्दू की कन्या को आततायियों से बचानें के लिये एक मुस्लिम व्यक्ति दुल्लाभट्टी नें बेटी के रूप में कन्यादान करके विवाह करवाया था । उस मानवता के पुजारी का आभार प्रकट करने हेतु कुछ गीत भी बनाये गये थे जो अब तक प्रचलित हैं । आचार्य जी ने आगे बताया कि अपना तन , मन , धन निर्धनों और निराश्रितों की सेवार्थ लगाना चाहिये । इसके अतिरिक्त विद्या की वृद्धि , प्राणिमात्र के कल्याण , बच्चों को सुसंस्कारित करनें के लिये समर्पित हो कर कार्य करना चाहिये ताकि हमारी सन्तति का जीवन निर्माण हो सके । हम प्रतिष्ठा हेतु माँ बाप को अमूल्य भेंट देनें के अतिरिक्त उनको कुछ समय भी प्रदान करना ज़रूरी समझें । हम अपना जीवन निर्माण करनें के लिये वेदानुकूल और महर्षि स्वामी दयानन्द सरस्वती के सिद्धान्तों का आचरण करना भी आवश्यक है । इसके अतिरिक्त राष्ट्र की प्रगति हेतु भी जीवन समर्पित करें । प्रजातन्त्र में उनका चुनाव करके भेजें जो विद्वान और राज धर्म का पालन करनें वाले हों अन्यथा विपरीत परिस्थितियों की ज़िम्मेदारी भी हमारी होगी ।
दिल्ली से आमंत्रित सुप्रसिद्ध शिक्षाविद श्री यश पाल जी आर्य नें भी अपनें प्रभावशाली विचार प्रस्तुत किये । आचार्य चन्द्र शेखर नें अपनी भजनावली की पुस्तक का विमोचन किया । संस्था की ओर से उन महानुभावों को सम्मानित किया गया ।
कार्यक्रम में जवाहर लाल बत्रा , हरि चन्द स्नेही , सुरेन्द्र ख़ुराना , शिव दयाल चुघ , सन्तोष कुमारी , द्रौपदी देवी , राजेन्द्र तनेजा , महात्मा वेदमुनि , अर्जुन देव दुरेजा , रमेश आर्य , धर्मपाल मलिक , ज्ञानेश्वर त्यागी , आर एस मानकटालिया और विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि और नर नारी उपस्थित रहे । कार्यक्रम सफ़लता पूर्वक सम्पन्न हुआ ।।
* प्रस्तुतिकर्ता - हरि चन्द स्नेही *