ईश्वर ने ही इस सृष्टि को बनाया है
ईश्वर ने ही इस सृष्टि को बनाया है. वही इसे चला भी रहा है. मूर्ख लोग इस तथ्य व रहस्य को नहीं जानते. यदि ईश्वर इस सृष्टि को न बनाता तो यह न बनती. तब हमारा क्या होता? हम जन्म लेने सहित हम जो सत्कर्म करते और सुख भोगते हैं, उससे वंचित रहते. ईश्वर का स्वभाव ही सृष्टि को रचने, पालन करने व जीवों को सुख देने का है. कुछ राक्षसी प्रवृत्ति के लोगों ने अज्ञान व स्वार्थ वश इस सृष्टि का अमन चैन खराब किया हुआ है. ईश्वर ही ऐसी दुष्ट मनोवृत्तियों के लोगों पर अंकुश लगा सकता है. हमें यदि सुख चाहिए तो हमे वेदाचरण करते हुवे सज्जन लोगों को ही हर क्षेत्र में प्राथमिकता देनी होगी. दुष्टों की दुष्टता को समझना और उनसे यथायोग्य व्यवहार करना होगा. आज हमें देश व समाज में स्वामी श्रद्धानंद जी जैसे नेता का अभाव अनुभव हो रहा है. हम संगठित होकर अपने धर्म भाई बन्धुओं की रक्षा करेंगे तभी हमारी भी रक्षा हो सकेगी. कुछ दलों को तो किसी भी कीमत पर सत्ता चाहिये. उनसे सावधान रहना है. हमें अपने सभी कार्य विवेक पूर्वक करने चाहिए. सत्यार्थ प्रकाश ही हमारा मार्ग दर्शक हो सकता है. ओ३म् स्वस्ति.