सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम

ईश भक्ति का मधुर भजन:
तर्ज: सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम


ओम ही ओम जपे तन मन और प्राण प्रभु;
मिलजुल  कर  हम करें तेरा गुणगान प्रभु।
चलें  सदा  वैदिक  पथ  पर  अरमान प्रभु;
राष्ट्र  के  हित  मे जीवन हो बलिदान प्रभु।।


संध्या सत्संग में सबका दिल लग जाये;
सत्य की ज्योति मन मंदिर में जग जाये;
भर  जाए  जीवन  मे  ज्ञान विज्ञान प्रभु।
मिलजुल कर सब करें तेरा गुणगान प्रभु।


दया क्षमा उत्तम व्यवहार को अपनाये;
सदगुण  से  अपने जीवन को महकाये।
ईश प्रेम का सबको मिले वरदान प्रभु।
मिलजुल कर सब करें तेरा गुणगान प्रभु।


लक्ष्य ध्यान में रखकर हम चलते जाएं;
पर उपकार में दीपक बन जलते जायें।
नही करें जीवन मे कभी अभिमान प्रभु।
मिलजुल कर सब करें तेरा गुणगान प्रभु।


सही गलत का निर्णय वेद से करना है;
सत्कर्मो  से  दुःख सागर  को तरना है।
रहें   हमेशा   कर्तव्यों   का ध्यान प्रभु।
मिलजुल कर सब करें तेरा गुणगान प्रभु।


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