उस प्रभु के न्याय को स्वीकार कर के देख लो
उस प्रभु के न्याय को स्वीकार कर के देख लो
पाप के अंजाम से -2 एक बार तरके देख लो
मन वचन से एक होकर पाप कहना और से 2
गलत है य़ा ठीक दिल पर हाथ रखके देख लो
रंग लाती है दुआएं धड़कनों से निकलकर
दीन दुखियों वेबसो के कष्ट हर के देख लो
गुजरती है किस तरह से जिंदगी मजबूर की
बेबसी के आसुओं का घूंट भरके देख लो
दिन सदा रहते नही है एक से इंसान के
श्वेत हो जाते है काले बाल सरके देख लो
पथिक बेशक खूब करना गैर की आलोचना
मगर बंधु दोष पहले अपने धरके देख लो