आज का वेद मंत्र 


 


आज का वेद मंत्र 


ओ३म् येन कर्माण्यपसो मनीषिणो यज्ञे कृण्वन्ति विदथेषू धीरा। यदपूर्व यक्षमन्त: प्रजानां तन्मे मन शिवसंलपमस्तु।( यजुर्वेद ३४|२ )


💐 अर्थ :-  हे परमेश्वर  ! जिससे कर्म करने वाले, कर्मनिष्ठ, धैर्य युक्त विद्वान लोग मन के विजेता यज्ञ और युद्धादि में कर्मों को करते हैं। जो अपूर्व सामर्थ्य वाला, विलक्षण, अदभुत, अत्यंत पूजनीय, प्रजाओ के भीतर रहने वाला है । वह मेरा मन धर्म कार्य करने वाला अधर्म को सर्वथा छोड देवे। 
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